Gopalak Ramesh Bhai Rupareliya Success Story in Hindi: यह हम सभी जानते हैं कि इंसान कुछ भी कर सकता है और इसी चीज को आज रमेशभाई रूपारेलिया ने कर दिखाया है. आज हम बात कर रहे हैं. गुजरात के रूपारेलिया के बारे में, इन्होने लगभग नामुमकिन काम को आज मुमकिन करके दिखा दिया है.
रमेशभाई रूपारेलिया की सफलता की कहानी (Gopalak Ramesh Bhai Rupareliya Success Story in Hindi)
रमेशभाई रूपारेलिया के बारे में बता दे की यह एक समय काफी कर्ज में ज्यादा डूब गए थे, लेकिन आज वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं और आज वह करोड़ों रुपए की इनकम सोर्स खड़ी कर चुके हैं. आज रमेशभाई राजकोट जिले के गोंडल से कुछ दूरी कोतरा रोड पर गो सेवा जतन संस्थान चला रहे हैं. यह संस्थान गो सेवा का पालन करता है, जहां रमेश भाई सैकड़ो गायों का पालन करते हुए देखे जा सकते हैं.
इस तरह बदली अपनी किस्मत / Gopalak Ramesh Bhai Rupareliya Success Story
यहां पर गायों के दूध को प्रक्रिया करके कहीं शुद्ध उत्पाद तैयार किया जा रहे हैं, जिन्हें आज मार्केट में भी काफी पसंद किया जा रहा है इसके साथ ही इनके प्रोडक्ट आज विदेश में भी कमाई करते हुए देखे जा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट में उन्होंने बताया है कि रमेशभाई रूपारेलिया काफी गरीब परिवार से हैं और साल 1990 के पहले तक मजदूरी करके पेट पालते थे, वहीं के माता-पिता भी मजदूरी करते थे.
बहुत कम उम्र में ही उन्होंने दूसरों की गाय को चराने का काम शुरू किया, इस काम से उन्हें ₹80 की मजदूरी मिलती थी, लेकिन वह इसमें अपना गुजारा नहीं कर पाते थे, ऐसे में वह खेती करने का फैसला किया लेकिन के बाद जमीन नहीं थी और उन्होंने किराए पर जमीन ली और खेती करना शुरू कर दिया.
गायों का पालन कर दूध से बनाया घी / Gaupalak Ramesh Bhai Rupareliya Success Story
खेती करके थोड़ा बहुत पैसा कमाने लगे उसके बाद उन्होंने गौशाला शुरू करने का फैसला किया, जैसे-जैसे उनकी गायों की संख्या गौशाला में बढ़ती गई उनके दूध से घी बनाने लगे और पहले आसपास की गांव और शहरों में साइकिल पर ही रख कर बेचने लगे, लेकिन फिर समय के साथ उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से वेबसाइट के माध्यम से मार्केटिंग शुरू कर दी और सोशल मीडिया पर आज उनके घी को काफी ज्यादा लोग खरीदते हुए देखे जा सकते हैं.
आज करोड़ो का टर्नओवर / Success Story of Gopalak Ramesh Bhai Rupareliya in Hindi
समय के साथ उनके प्रोडक्ट्स न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी मशहूर हुए है, आज उनका घी 123 देशों में सप्लाई हो रहा है। उनकी गौशाला में 150 गाय हैं और रोजाना 250 लीटर से 350 लीटर दूध मिलता है. वह पिछले कई सालों से दूध की एक बूंद भी नहीं बेचते हैं, बल्कि इससे छाछ और शुद्ध घी बना रहे हैं. क्वालिटी और किस्म के आधार पर उनके घी की कीमत 600 रुपए से लेकर 10-15 हजार रुपए प्रति किलो तक जाती है. ऐसे में आज टर्नओवर करोड़ों रूपए तक पहुच गया है।