एक समय सिये लोगो के कपडे, लेकन आज इस शख्‍स ने खड़ी कर दी 8300 करोड़ की कम्पनी, देखे इनकी सफलता की कहानी

Founder of Prestige Group Irfan Razack Success Story in Hindi: सफलता के पीछे की कहानी कहानियों को आपने देखा होगा ऐसी ही एक कहानी आज हम आपको बताने वाले हैं, जिसे एक समय दरजी बनाकर कपड़े सिले थे, लेकिन आज उनका एक आईडिया इतना बड़ा बिजनेस के रूप में सामने आया है कि, उसने इसे 8300 करोड़ का मालिक बना दिया है.

इरफान रज्जाक (Prestige Group Owner Irfan Razack Success Story in Hindi)

आज हम आपको प्रेस्‍टीज एस्‍टेट प्रोजेक्‍ट (Prestige Estates Projects) के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर इरफान रज्जाक के बारे में बताने वाले इरफान का जन्म 1950 में बेंगलुरु में हुआ था मैं उनके पिता एक छोटी सी दुकान में टेलर का काम करते थे और पिता ने प्रेस्टीज समूह की न्यू रखी थी, जिसे बाद में रजक ने अपनी खुशबू से दिक्कत ब्रांड में बदल दिया शुरुआत में उन्होंने भी अपने पिता के साथ टेलर का काम किया था.

285 प्रोजेक्ट किये अब तक पुरे / Irfan Razack Achievement Story

प्रेस्टीज आज स्टेट का कारोबार करते हुए काफी ज्यादा देखी जाती है, कंपनी रेजिडेंशियल कमर्शियल और हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट में करीब 285 प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक अभी तक पूरे कर चुकी है और 54 प्रोजेक्ट इसके हाल में चलते हुए नजर आ जाएंगे आज उसने 7.5 करोड़ वर्ग फुट का निर्माण किया है.

Irfan Razack Success Story Hindi Mein
Success Story of Irfan Razack

 

8300 करोड रुपए संपत्ति / Irfan Razack Successful Outcome Story

Irfan Razack Net Worth and Turnover in Rupees: इनकी संपत्ति के बारे में बात की जाए तो इरफान राजा और उनके परिवार की प्रॉपर्टी एक अरब डालर यानी करीब 8300 करोड रुपए तक पहुंच चुकी है और कंपनी के शेयर में भी 60 फ़ीसदी का उछाल देखने को मिला है, फिलहाल इरफान की कंपनी देश की सबसे बड़ी लिस्टेड प्रॉपर्टी फॉर्म में से एक मानी जाती है. अब यह कंपनी सिर्फ DLF से ही पीछे है, प्रेस्‍टीज ग्रुप के पास ऐपल, कैटरपिलर, अरमानी और लुइस विटन जैसे दिग्‍गज क्‍लाइंट हैं.

1990 में बदली किस्मत / Irfan Razack Accomplishment Story

Irfan Razack के बारे में बता दे की, इन्होने साल 1990 में अपना दूसरा रियल एस्‍टेट प्रोजेक्‍ट बेचने के बाद ही तय कर लिया था कि, वह प्रेस्‍टीज ग्रुप को देश का सबसे बड़ा रियल एस्‍टेट ब्रांड बनाएंगे. ऐसे में लगातार मेहनत कर उस मुक़ाब तक इसे ले जाया गया है, उन्‍होंने अपनी सफलता का श्रेय दो चीजों को दिया. समर्पण और विजन, काम को लेकर, उनका डेडीकेशन ही सफलता की कुंजी रही है, और आज सभी लोग इनकी तारीफ़ करते हुए देखे जाते है।

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