इस अकेली महिला ने 2 लाख रूपए से बना दी 10 हजार करोड़ की कम्पनी, देखे केसे खड़ा किया इतना बड़ा साम्राज्य

Mira Kulkarni Success Story in Hindi: आज हम आपको मीरा कुलकर्णी फॉरेस्‍ट एसेंशियल्स की संस्थापक और सीएमडी के बारे में बताने वाले हैं, उनकी सफलता की चर्चा आज हर जगह पर देखे जा सकते हैं, 28 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने माता-पिता को खो देने के बाद ₹2 लाख रूपए से व्यवसाय शुरू किया है जो की आज 10000 करोड़ तक पहुंच चुका है, आइये जानते हैं इनके बारे में.

मीरा कुलकर्णी / Mira Kulkarni Success Story in Hindi 

मीरा कुलकर्णी की कम उम्र में ही माता-पिता का साथ छूट जाना और अपने पति के व्यापारिक संकट और शराब की लत के कारण शादी भी टूटने के बाद मेरा अपने दो छोटे बच्चों के साथ माता-पिता के घर चली गई थी, फिर उन्होंने 28 साल की उम्र अपने माता-पिता को भी खोना पड़ा, अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए वह अकेली रह गई, लेकिन उन्होंने इसका डटकर सामना किया.

2 लाख में शुरू किया बिज़नस 

45 साल की उम्र में बेटी की शादी के बाद मेरा को मोमबत्ती हो और हाथ से बने साबुन का शोक हुआ, इस शोक को आगे चलकर एक व्यावसायिक विचार के रूप में बदल गया और उन्होंने साल 2000 में फॉरेस्ट एसेंशियल्स की स्थापना के सिर्फ दो लाख रुपये और एक छोटे से गैरेज में दो कर्मचारियों के साथ शुरुआत करके मीरा ने नैचुरल इंग्रीडिंएट्स पर फोकस किया।

Mira Kulkarni Success Story
Mira Kulkarni Success Story

आयुर्वेद का उपयोग करके अपने उत्पादों को खास बनाया। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और कंपनी तेजी से बढ़ी। आज फॉरेस्‍ट एसेंशियल्स भारत के 28 शहरों में फैली हुई है। यह कई करोड़ का व्यवसाय बन गई है।

एस्टी लॉडर कंपनीज के साथ की साझेदारी

इन्किकोम्प्नी ने 2008 में एस्टी लॉडर कंपनीज ने फॉरेस्‍ट एसेंशियल्स में हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर महत्वपूर्ण साझेदारी कर ली, हयात और ताज जैसी प्रतिष्ठित होटल शृंखलाओं के साथ कोलैबरेशन ने ब्रांड की प्रतिष्ठा को और बढ़ा दिया और इन्हें काफी ज्यादा फायदा भी होने लगा, आज फॉरेस्‍ट एसेंशियल्स के अब भारत में 110 से ज्‍यादा स्‍टोर हैं। यह चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर भी उपलब्ध है, ब्रांड ताज और हयात जैसी लग्जरी होटल शृंखलाओं के साथ-साथ दुनिया भर के हाई-एंड स्पा को अपने प्रोडक्ट बेचता है।

लोगो के लिए बनी प्रेरणा

इस तरह से मीरा कुलकर्णी की कड़ी मेहनत और दृढ़ता रंग लायी, चुनौतियों का डटकर सामना करने और अपने जुनून को आगे बढ़ाने की उनकी अटूट भावना ने उन्हें एक सफल उद्यमी बना दिया है और आज उनसे अन्य लोग प्रेरणा लेते हुए देखे जा सकते है।