Miraj Group Founder Madan Paliwal Success Story in Hindi Language: सफलता पाने के लिए शंकर से काफी जरूरी है और संघर्ष अगर सच्चे मन से किया जाए तो, किसी भी चीज में आपको जरुर सफलता मिल जाती है. इस कहावत को पूरी तरह से सर्च करके दिखाया मिराज ग्रुप के फाउंडर मदन पालीवाल ने जिनका बचपन काफी ग़रीबी में बीता है, लेकिन उसके बावजूद भी आज उन्होंने सफलता के झंडे गाड दिए हैं, इसके लिए उन्होंने जितने बड़े सपने देखे थे ,उससे ज्यादा संघर्ष किया है और आज उनके संघर्ष को आज हर कोई देख रहा है.
मदन पालीवाल की सफलता की कहानी (Miraj Group Founder Madan Paliwal Success Story in Hindi)
मदन पालीवाल ने बताया है कि उनका जन्म राजस्थान के राज्यसंमद जिले में साल 1959 में हुआ था, जहां पर आज प्रसिद्ध श्रीनाथजी का मंदिर है जहां उनके पिता दीपचंद पालीवाल मंदिर में लगे प्याव के लिए पानी भरते थे, पिता की एक पैर खराब होने के बाद परिवार पालने के लिए उन्हें कुएं से पानी भरते और दर्जनों सीढ़ियां चढ़कर मंदिर तक पानी पहुंचाने थे, जिसके लिए उन्हें महीने की ₹10 पगार मिलती थी.
परिवार ने काफी ज्यादा गरीबी देखी है और एक ही कमरे में छह लोग रहते थे, लेकिन मदन पालीवाल पर पढ़ने की धुन सवार थी ऐसे में उन्होंने आधुनिक शिक्षा की ओर कदम बढ़ाया और मैट्रिक की परीक्षा पास कर नजदीकी जिले उदयपुर में कॉलेज में बताओ लिपिक नौकरी कर पैसे कमाने लगे.
इस तरह आया business का आईडिया / Madan Paliwal Achievement Story
इसके बाद उनके दिमाग में एक आइडिया आया, उसके बाद उन्होंने थोक में तंबाकू खरीदा और उसमें चूना मिलाकर उसे खुद से मसलना और रगड़ना शुरू किया, घंटे की मेहनत के बाद चुना तंबाकू मिलकर खेनी तैयार की और इस छोटे-छोटे पैकेट में भरकर दुकानों पर सप्लाई करना शुरू कर दिया
मिराज ब्रांड बनाया / Madan Paliwal Accomplishment Story
उनकी रेडीमेड खेनी को लोगों ने काफी पसंद किया था, इसके बाद उन्होंने इसे एक ब्रांड का नाम देने की योजना बनाई. उस समय रूस से मिराज लड़ाकू विमान भारत आया था और इस विमान की खूबियों से काफी प्रभावित थे लिहाजा, उन्होंने पहले प्रोजेक्ट का नाम मिराज रख दिया इस तरह मिराज ग्रुप का पहला बिजनेस शुरू हुआ दिया.
इस तरह शुरू हुआ मास प्रोडक्शन / Miraj Group Founder Madan Paliwal Successful Outcome Story
इस तरह से तंबाकू-चूना मिक्स कर किलो के भाव से लोगों को देते और उसे छोटी-छोटी पैकेट में पैक कराते. इसके एवज में लोगों को भी रोजना 100 से 500 रुपये तक कमाई होने लगी और उनका कारोबार फलने-फूलने लगा. एक बिजनेस सफल हुआ तो, मिराज नमकीन और रेडीमेड पराठे बनाने का बिजनेस शुरू किया इसमें काफी ज्यादा फायदा हुआ.
आज करोड़ो की कमाई / Miraj Group Founder Madan Paliwal Net Worth and Turnover in Rupees
मिराज ग्रुप ने आज इन्फ्रा सेक्टर में भी बड़ा रास्ता तय किया है. इन्होने देश के 48 शहरों में 100 से ज्यादा मल्टीप्लेक्स हैं. इसके साथ ही फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी काम किया. समूह इस समय उदयपुर के पास 50 हजार लोगों की क्षमता वाला इंटरनेशनल स्टेडियम बना रहा है, जो जयपुर के बाद प्रदेश का दूसरा स्टेडियम होगा. मिराज समूह आज 10 हजार करोड़ से भी ज्यादा बड़ा बिजनेस बन गया है और मदन पालीवाल की नेटवर्थ भी आज हजारों करोड़ रुपये पहुंच गई है.