बेगूसराय के रहने वाले इस लड़के ने गोबर पेंट से शुरू किया स्टार्टअप, गोबर पेंट पर्यावरण के लिए सुरक्षित होने के साथ कमाई भरपूर, देखे

Bihar Cow Dung Paint Startup Deepak Success Story in Hindi: इस समय ऐसे कई  लोग हैं जो कि, अपने हुनर  और अपनी कला से सभी कल ध्यान खींचने में अपनी तरफ कामयाब होते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही लड़के की कहानी बताने वाले हैं, जिन्होंने गोबर से पेट (Paint from Cow Dung Manufacturing Process) बनाकर पर्यावरण को तो सुरक्षित किया है और उन्होंने साथ ही अपनी एक अलग पहचान भी बनाया और इससे काफी ज्यादा पैसा भी कमा रहे  हैं (Cow Dung Paint Review). आज गोबर से स्टार्टअप कर उन्होंने लाखों रुपए की कमाई की है कई लोगों को यह सुनकर काफी आश्चर्य हो रहा है लेकिन बेगूसराय के दीपक ने यह  कमाल कर दिखाया है.

दीपक की सफलता की कहानी (Bihar Cow Dung Paint Startup Deepak Success Story)

बेगूसराय के रहने वाले दीपक आज गोबर से पेट बनाकर कई लोगों को जब प्रदान कर रहे हैं, गोबर पेंट बाजार में मिल रहे पेंट की तुलना में  काफी सस्ता भी है, इसलिए इसकी डिमांड भी काफी अच्छी देखि जा रही है. इसका सीधा फायदा इस समय दीपक को हो रहा है और आज वह करीब ₹40000 की तक की कमाई रोजाना इससे करते हुए देखे जा सकते हैं.

केवल पर्यावरण के अनुकूल पेंट (Eco-Friendly Cow Dung Paint)

उन्होंने अपने इस पेंट को खड़ी ग्राम उद्योग से रजिस्टर्ड करवाया है, उनका यह प्राकृतिक पेट न केवल पर्यावरण के अनुकूल जीवाणु रोधी एंटी फंगल भारी धातु से मुक्त होने के साथ साथ यह टेंपरेचर को भी कम करने वाला है.  दीपक बेगूसराय स्थित मंसूरचक प्रखंड के परछीवन निवासी हैं।

उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और मैथ से MA  करने के बाद 2020 में अपोलो कॉलेज छत्तीसगढ़ से M.ed किया, इसके बाद उन्होंने जॉब की तलाश नहीं की। बल्कि घर पर ही रहकर परिजनों की खेती में सहयोग करने लगे। उस समय दीपक के पास 7 गाय थी। गोबर खेत में उपयोग होता था। पर दीपक ने कई जगहों पर गोबर से लोगों के समृद्ध होने की कहानी सुनी थी। इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने गोबर से स्टार्टअप के लिए रिसर्च करना शुरू किया।

इस तरह बनाया गोबर से पेंट (Paint from Cow Dung Manufacturing Process)

उन्होंने काफी रिसर्च करके इस गोबर के खाद को बनाने में सफलता हासिल की है, दीपक ने भी डिस्टेंपर और इमोशनल पेंट बना रहे हैं इसमें गाय का गोबर 30% तरल हिस्से का उपयोग किया जाता है. इसके बाद 16 प्रकार के केमिकल बनाकर वह रंग तैयार करते हुए देखे जाए सकते हैं.

दीपक के पास 7 गाय थी, जिससे उन्होंने इसकी शुरुआत की, दीपक गोबर से अभी डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट बना रहे हैं। इसमें गाय के गोबर का 30 प्रतिशत तरल हिस्से का उपयोग किया जाता है। इसके बाद 16 प्रकार के केमिकल बनाकर वह रंग तैयार कर रहे हैं। रंग बनाने के लिए केमिकल अभी राजस्थान से आ रहा है.

बाजार से काफी सस्ता है (Cow Dung Paint Cost in India)

इस समय बाजार में अच्छे क्वालिटी का पेंट 500 रुपए लीटर है, जबकि दीपक 290 रुपए लीटर दे रहे हैं। दीपक बताते हैं कि, (Cow Dung Paint Price in Indian Market) बाजार में पेंट के 20 लीटर वाले जिस डब्बा का MRP 9000 है, उसका एमआरपी हमने 5800 रखा है, इस तरह से यह काफी अच्छा पैसा भी कमा रहे है।