जानिए वाणी कोला के बारे में जिन्होंने ₹5480 करोड़ की कंपनी बेच कर शुरू किया यह काम, आज लोगो के लिए बनी प्रेरणा

Founder of Kalaari Capital Vani Kola Success Story in Hindi: आज हम आपको एक ऐसी महिला के संघर्ष की कहानी बताने वाले हैं जिन्होंने काफी कम समय में बड़ी-बड़ी ऊंचाइयों को छुआ है और आज उनसे कई लोग प्रेरित होते हुए देखे जा सकते हैं. (Who is Vani Kola and Vani Kola Age) इनका नाम वाणी कोला है, 22 साल अमेरिका में काम करने के बाद वाणी ने भारत आकर अपनी एक अलग पहचान बनाई हुई है. उन्होंने कलारी कैपिटल नाम की एक सफल वेंचर कैपिटल फॉर्म की स्थापना की जो आज ऊंचाइयों को कुछ हुआ है. वाणी कोला आज इस कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर और इसकी संस्थापक भी है, आइये जानते हैं उनकी सफलता के बारे में.

वाणी कोला की सफलता की कहानी (Kalaari Capital Founder Vani Kola Success Story in Hindi)

वाणी हैदराबाद की रहने वाली है और इसी शहर में उनका जन्म भी हुआ है, उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद वह अमेरिका चली गई थी, यहां पर उन्होंने मास्टर की डिग्री हासिल की, साल 1996 में वाणी ने राइटवर्क्स नाम की एक ई-प्रोक्योरमेंट कंपनी शुरू 5 साल बाद उन्होंने ICG को 657 मिलियन डॉलर डॉलर में बेच दिया जो, आज के समय में लगभग 5480 करोड रुपए बनते हैं.

Kalaari Capital MD Vani Kola Success Story in Hindi
Kalaari Capital MD Vani Kola Success Story

850 मिलियन डॉलर तक पहुची कम्पनी (Vani Kola Kalaari Capital Success Story in Hindi)

इसके बाद उन्होंने सर्टस सॉफ्टवेयर नाम की एक और कंपनी शुरू की और उसे भी बेच दिया। फिर वाणी ने भारत वापस आकर अपनी वेंचर कैपिटल फर्म शुरू करने का फैसला किया। भारत लौटने के बाद उन्होंने विनोद धाम और कुआर शिर्लागी के साथ मिलकर इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स फंड लॉन्च किया।

चार साल बाद NEA ने इस संयुक्त उद्यम से अलग होने का फैसला किया। जिसके बाद उन्होंने इसका नाम कलारी कैपिटल कर दिया। इस तरह से आज उन्होंने इसके लिए फण्ड जुटाया और यह अभी 850 मिलियन डॉलर तक पहुच चुकी है।

87.6 हजार लोग करते है फॉलो (Vani Kola Instagram Id Followers)

सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्स’ (Vani Kola Twitter Account) पर आज यह काफी लोकप्रिय हो चुकी है और उनके 87.6 हजार फॉलोअर्स हैं। एक समय यह एक साहसी पर्वतारोही और धावक हुआ करती थीं। उन्होंने 2000 के दशक में माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़ाई की थी, इसके साथ ही उन्होंने कई मैराथन में भी भाग लिया है।

आज उन्होंने जिस तरह से काम किया है, उन्हें देखकर आज कई लोग प्रेरणा लेते हुए देखे जा सकते हैं. साथ ही उनकी कंपनी को भी आज लोग काफी ज्यादा पसंद करते हुए नजर आ रहे हैं.