Kokila Vrat 2024 Date and Time, Puja Vidhi, Mantra, Katha, Shubh Muhurat, Importance and Significance in Hindi: आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को कोकिला व्रत रखा जाता है, ऐसे में आषाढ़ माह में आने वाला कोकिला व्रत केवल सुहागिनों के लिए ही नहीं बल्कि यह कुंवारी कन्याओं के लिए भी काफी फलदाई होता है और इसलिए इसे सभी महिलाएं करते हुए देखते हैं, जबकि कुंवारी कन्या अच्छी जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखती है.
कोकिला व्रत (Kokila Vrat 2024)
कोकिला व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए भी इस व्रत को रखती है और भगवान शिव और माता सती को समर्पित है. इस दिन माता सती यानी आदिशक्ति के कायल स्वरूप का पूजन किया जाता है. वही धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह व्रत रखने से महिलाओं को मनवांछित फल की भी प्राप्ति होती है, इसके साथ ही यदि किसी के जीवन में चल रही शादी विवाह में आ रही बढ़ाये भी इस व्रत को रखने से दूर हो जाती है.
कोकिला व्रत पूजन / Kokila Vrat Puja Vidhi
कोकिला व्रत पूजन शाम के समय में किया जाता है, इसलिए यह व्रत 20 जुलाई 2024 (Kokila Vrat Date) को रखा जाएगा. आषाढ़ मास की पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई 2024 को शाम 5:09 पर शुरू (Kokila Vrat Time and Shubh Muhurt) होगी और अगले दिन 21 जुलाई 2024 को दोपहर 2:56 पर समाप्त होने वाली है, वही आज पूजा का मुहूर्त रात है 7:19 से रात 9:22 तक देखा गया है. इस दिन आप पूजा कर सकते हैं.
बन रहा रवि योग / Kokila Vrat Ravi Yog
इस दिन रवि का भी शुभ योग देखने को मिल रहा है, वही भद्राबाद संध्याकाल से शुरू हो जाएगा, पंचांग के अनुसार रवि योग आज 5:36 से 21 जुलाई को देर रात 1:59 तक है, जो भी महिलाएं इस व्रत को रखना चाहती है वह सुबह स्नान ध्यान करके पूरे दिन उपवास करके शाम को इसका पूजन करती है और इस दिन इस जुड़ी हुई कथा को भी सुना जाता है, इसकी कथा सुनने का भी विशेष महत्व देखा गया है.