मारुति की Top Selling Car Maruti Suzuki Dzire ने तोड़े बिक्री के सभी रिकॉर्ड, इस सेडान के आगे Hyundai, Tata, और Volkswagen भी हुए फेल, कीमत मात्र 6.57 लाख

Top Selling Car Maruti Suzuki Dzire: भारती बाजार में आज आपको कई तरह की सेडान कार देखने को मिल जाएगी, लेकिन आज भारत में सेडान कारों को भी काफी ज्यादा पसंद किया जाता है और कई कंपनियां सेडान कारों का निर्माण करती है, जिस तरह से आज suv पसंद की जाती है इस तरह से इन्हें भी आज काफी ज्यादा पसंद किया जाता है।

Top Selling Car Maruti Suzuki Dzire – मारुति की इस कार ने तोड़े बिक्री के रिकॉर्ड

आज हम आपको एक ऐसी ही सेडान कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे बिक्री के मामले में भारत में सभी को पीछे छोड़ दिया है। आपको बता दे की,

Maruti Suzuki Dzire
– Top Selling Car Maruti Suzuki Dzire

Maruti Suzuki Dzire हमेशा की तरह पिछले महीने जनवरी 2024 में भी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान कार रही है और इसने अपने ही रिकॉर्ड्स को कायम करते हुए, यह कार इस महीने अव्वल रही है।

Maruti Suzuki Dzire

Maruti Suzuki Dzire हमेशा से ही लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है और यह अक्सर लोगों को पसंद आते हुए देखी जा सकती है। इस कार के आने के बाद इसने बिक्री के मामले में कई बड़ी-बड़ी कंपनियों की कारों को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसमें होंडा हुंडई टाटा स्कोडा और फॉक्सवैगन तक शामिल है।

Maruti Suzuki Dzire
– Maruti Suzuki Dzire

पिछल महीने बिक्री में रही टॉप

maruti suzuki dzire भारत में पिछले महीने सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान कारों में से एक रही है। आपको त्ब्ता दे की इसको पिचेम्हिने कुल 16,773 ग्राहकों ने खरीदा है। डिजायर की बिक्री में सालाना रूप से 48 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वही पिछले साल जनवरी 2023 में इस कार को 11,317 लोगों ने खरीदा था। इस समय मारुति सुजुकी डिजायर की एक्स शोरूम कीमत 6.57 लाख रुपये से 9.39 लाख रुपये तक जाती है।

इन कारो की रही इतनी बिक्री

वही पिछले महीने की कारो की बिक्री देखे तो, हुंडई ऑरा बीते जनवरी 2024 की दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान रही है,

Maruti Suzuki Dzire
– Maruti Suzuki Dzire interior

जिसे 19 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी के साथ 5,516 ग्राहकों ने खरीदा गया। इसके बाद तीसरे स्थान पर honda amaze रही है, जिसे 2,972 लोगों ने खरीदा। वही इस कार की बिक्री में सालाना रूप से 47 फीसदी की कमी आई है।

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