Business Ideas in Hindi : आज के समय में सभी वाहनों में टायरों का उपयोग किया जाता है, वही पुराने टायरों को फिर से उपयोग करने के लिए भी योग्य बनाया जाता है। इसके लिए कहीं लोग इसका व्यापार शुरू कर चुके हैं और इसमें काफी अच्छा पैसा भी कमाते हुए देखे जा सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही पुराने टायरों को फिर से नया बनाने के बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें आप आकर्षक कमाई कर सकते हैं।
रबर टायर बनाने का (Rubber Tyre Manufacturing Business Ideas in Hindi)
आज भारत में बसो, ट्रको और कई बड़े वाहनों के लिए टायर रीट्रेडिंग बड़े पैमाने पर की जाती है, टायर रीट्रेडिंग का मुख्य कारण लागत को बचाना है, क्योंकि नया टायर लगाने में रीट्रेडिंग की तुलना में काफी अधीक खर्च आता है।
वही बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ सड़क पर अधिक वहन होंगे और टायरों की लगातार मांग बढ़ती जा रही है, इसको देखते हुए आप पुराने टायर को नए टायर बनाकर उन्हें बेहतर बना सकते हैं और उन्हें अच्छे पैसों के साथ बेच सकते हैं।
इस तरह शुरू करे टायर रीट्रेडिंग बिज़नस
टायर रीट्रेडिंग बिज़नस शुरू करने के लिए आपको पड़ेगी इन मशीनरी की जरुरत होगी, इसके लिए आवश्यक बुनियादी मशीनरी और कच्चे माल में डस्ट कलेक्टर के साथ एक बफिंग मशीन, और बिल्डर टायर ट्रक बॉन्डर/क्योरिंग रिम्स के साथ तीन टायर एलसीवी/पैसेंजर बॉन्डर और इलेक्ट्रिक होइस्ट, वर्कबेंच लिफाफा/टायर स्टैंड गैन्ट्री, बॉयलर, 5 एचपी के साथ एयर कंप्रेसर की जरूरत होगी इन सभी से आप इस बिज़नस को शुरू कर सकते है।
इसके साथ ही आप अपने स्थानीय थोक बाजारों से या सीधे निर्माताओं से प्री-क्योर्ड ट्रेड रबर, कुशन कंपाउंड, वल्केनाइजिंग सॉल्यूशन और लिफाफा जैसे कच्चे माल को खरीद सकते हैं और टायर रीट्रेडिंग बिज़नस शुरू करे सकते है।
टायर रीट्रेडिंग बिज़नस में आने वाली लागत
छोटे पैमाने पर टायर रीट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करने के लिए 15 लाख से रु 30 लाख रूपए तक की लागत आती है,
इसमे लागतों में मशीनरी और उपकरण शामिल हैं, इसके साथ ही लागतों में स्थान किराया और कच्चे माल की सोर्सिंग शामिल है।
रीट्रेड टायरों एक प्रॉफिटेबल बिज़नस है
टायर रीट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करना आपके लिए एक लाभदायक बिज़नस हो सकता है, खासकर भारत में कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में रीट्रेड टायरों की बढ़ती मांग को देखते हुए इससे आप अच्छी खासी इनकम हासिल कर सकते है।