आज हम आपको कैसी लड़की के सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने काफी कम समय में सफलता को छुआ है. वह दिल फूड्स की संस्थापक है, उनका नाम है अर्पिता आदित्य आपको बता दे कि, इन्होंने 2022 में अपना स्टार्टअप शुरू किया था और वर्चुअल रेस्तरां ऑपरेटरों में अर्पिता का वेंचर एक ताकत के रूप में आज सबके सामने आया है और यह नए स्टार्टअप के लिए आज प्रेरणा बनी हुई है.
अर्पिता अदिति Success Story (Arpita Aditi Success Story)
अर्पिता अदिति के बारे में बता दे कि, इन्होंने मिट्टी से बायोटेक इंजीनियर में ग्रेजुएट किया है. दिल्ली फूड्स उनके दिमाग की उपज है या फूड इंडस्ट्री के प्रति अर्पिता का जुनून है, जिसके तहत आज उन्होंने यह सफलता प्राप्त की है. हिमालय ड्रग्स, रिलायंस कैपिटल और स्विग्गी में भी वह काम कर चुकी है. अर्पिता को फूड इंडस्ट्री में एक आकर्षक मौके की तलाश थी और जैसे ही उन्हें यह विश्वास हुआ उन्होंने इस और कदम बढ़ा दिया.
इस तरह की दिल फूड्स की शुरुआत
आपको बता दे कि उनकी कंपनी ने पिछले वेंचर न्यूटन बोल्ट से शिफ्ट किया है, यह रेस्तरां की ऑनलाइन उपस्थिति का प्रबंध करने वाली एक बिजनेस एजेंसी थी, उनकी कंपनी के काम करने का काफी अलग है. यह वर्चुअल तरीके से किचन के तौर पर काम करता है, इसने बेंगलुरु और हैदराबाद में कहीं स्थानीय भोजनालय के साथ पार्टनरशिप की है और आठ अलग-अलग वर्चुअल फूड ऑपरेट करती है.
इनमें से हर एक फ़ूड अलग-अलग क्षेत्रीय भारतीय व्यंजन में महारत रखता है, उनक स्ट्रैटेजी दिल फूड्स नाम के ब्रांड से डेली मील ऑपरेशन का प्रबंधन करने के इर्द-गिर्द घूमती है।
8 करोड़ रुपये की नेटवर्थ
इस समय दिल फूड्स ने 111 फूड आउटलेट्स के साथ पार्टनरशिप की है, जिसके तहत रेस्तरां पार्टनरों के लिए 6 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट हुआ है। इनकी कम्पनी का साल 2022-23 के दौरान 8 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया। इसमें 30 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री और वित्त वर्ष 23-24 के लिए 2.2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है.
शार्क टैंक के जजों ने किया पसंद
अर्पिता के इस मॉडल को शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, जिसके बाद उन्होंने जनवरी 2024 में 0.5% इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 50 लाख रुपये के निवेश के लिए पिच किया था।
उनके bussines आईडिया को देख शार्क टैंक के जजों के बीच बोलियों की जंग शुरू हो गई थी, यह जंग 2.67% इक्विटी के लिए 2 करोड़ रुपये के सौदे पर खत्म हुई थी।