Ashadh Kalashtami Vrat 2024 Date, Time, Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Mantra, Importance and Significance in Hindi: हिंदू धर्म के अनुसार कालाष्टमी का व्रत काफी शुभ माना गया है और इस दिन भगवान शिव की उपासना की जाती है. इसके साथ ही उग्र रूपों में एक काल भैरव की पूजा का भी इस दिन पूजा करने का विधान देखा गया है. ऐसा माना गया है कि, भगवान भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार के कस्तो और बाधाओं से इंसानों को मुक्ति मिल जाती है.
आषाढ़ माह की कालाष्टमी (Ashadh Kalashtami Vrat 2024)
इस बार आषाढ़ माह की कालाष्टमी 28 जून को मनाइ जाने वाली है, अगर आप भैरव बाबा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह व्रत रखकर आप अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार या असर माह में आने वाली एक महत्वपूर्ण तिथियां में से एक है 28 जून दिन शुक्रवार को शाम 4:27 पर असर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी की शुरुआत होने वाली है. इसके साथ इसका समापन 29 जून 2024 शनिवार को दोपहर 2:19 पर होगा.
कालाष्टमी व्रत की पूजा (Ashadh Kalashtami Vrat Puja Vidhi in Hindi)
इस तिथि पर निशिता काल का काफी महत्व देखा गया है, जिसके चलते हैं आषाढ़ कालाष्टमी का व्रत 28 जून यानी आज के दिन ही रखा जाएगा। इसके साथ ही कालाष्टमी व्रत की पूजा 29 जून रात्रि 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट के बीच की जा सकती है।
कालाष्टमी व्रत के दिन निषेध है यह काम (Ashadh Kalashtami Vrat Mantra)
कालाष्टमी व्रत के दिन कई कम निषेध है, इसलिए इन्हें ना करे, आपको बता दे की इस कालाष्टमी के दिन किसी की निंदा या चुगली करने से बचें. वाणी पर नियंत्रण रखें, किसी को भी गलत शब्दों से संबोधित ना करें. इस दिन काल भैरव के मंत्र का 108 बार जाप करने से भय से मुक्ति मिलती है.
आषाढ़ कालाष्टमी का शुभ योग (Ashadh Kalashtami Vrat Shubh Muhurat)
आषाढ़ कालाष्टमी मनाने का शुब योग को देखे तो इस दिन एक नहीं तीन शुभ योग का निर्माण हो रहा है। जिसमे रवि योग, सौभाग्य योग और शोभन योग की युति बन रही है। रवि योग सुबह 05 बजकर 26 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही सौभाग्य योग भोर से लेकर रात्रि 09 बजकर 39 मिनट तक रहने वाला है, इसके बाद शोभन योग की शुरुआत होगी।