Founder of MRF Tyre K.M. Mammen Mappillai Success Story in Hindi: आज के समय में हम सभी लोग अधिकतर गाड़ियों में MRF का टायर इस्तेमाल करते हुए देखे जाते है और MRF टायर पर हम लोगों का काफी विश्वास भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, इसको बनाने के पीछे भी एक काफी दिलचस्प कहानी है.
MRF Tyre Founder K.M. Mammen Mappillai Success Story in Hindi
आज MRF काफी बहुत बड़ा कंपनी बन चुकी है और आज इसकी कारण अरबो रुपए की वैल्यू है, लेकिन एक समय यह इतनी चमकदार नहीं हुआ करती थी, इस कंपनी का अस्तित्व में आने की कहानी बड़ी दिलचस्प है, गुब्बारे बेचने वाले मैम्मेन मप्पिलाई (K. M. Mammen Mappillai) ने इस कंपनी को खड़ा किया था, जिसे आज इतना बड़ा रूप ले लिया है।
MRF कंपनी की कहानी / K.M. Mammen Mappillai Achievement Story
आज हम आपको MRF कंपनी के संस्थापक मैम्मेन मप्पिलाई (K. M. Mammen Mappillai) के बारे में बताने वाले हैं जो की चैन की, एक समय सड़कों पर गुब्बारे बेचते थे। मैम्मेन मप्पिलाई (K. M. Mammen Mappillai) यह 10 भाई बहन थे और गुब्बारे लेकर उन्हें गली-गली बेचने जाना पड़ता था। उस समय उनको जरा भी अंदाजा नहीं था कि, वह एक दिन 46,341 करोड़ की मार्केट के पहले कंपनी बना देंगे. साल 1952 उनके लिए टर्निंग पॉइंट था उन्होंने देखा कि विदेशी कंपनी टायर बना रही थी, तब उनके दिमाग में बात करके उन्होंने सोचा कि हमारे देश में भी इसकी फैक्टरी लगाई जानी चाहिए.
इस तरह बनाई खुद की कम्पनी / K.M. Mammen Mappillai Accomplishment Story
इस तरह मद्रास रबर फैक्ट्री यानी MRF कम्पनी का जन्म हुआ। यह ट्रेड रबर बनाने वाली भारत की पहली कंपनी थी। इसलिए मैम्मेन का कंपटीशन विदेशी कंपनियों से था, उस समय कुछ ही टाइम में उनका बिजनस पॉपुलर हो गया। 4 साल में ही कंपनी ने अपनी उच्च क्वालिटी के चलते 50 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल कर ली। हालत यह थी कि कई विदेशी मैन्यूफैक्चरर देश छोड़कर चले गए और इस कम्पनी का बोल बाला हो गया। उन्होंने विदेशी कंपनियों से मदद ली और अमेरिका की मैन्सफील्ड टायर एंड रबर कंपनी से तकनीकी सहयोग लिया और टायर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में टायर बनना शुर कर दिया।
कम्पनी की नेटवर्थ / MRF Tyre K.M. Mammen Mappillai Net Worth and Turnover
MRF कॉम्पनी आज एक शेयर 1 लाख रुपये को भी पार कर गया है। वही अज इस कंपनी की नेटवर्थ को देखे तो 1.45 लाख करोड़ तक पहुच चुकी है. यह एक बड़ी दिलचस्प बात है, की एक गुब्बारे बेचने वाले ने इस कंपनी को खड़ा किया है।