Pearl Farming Business Ideas in Hindi: आज के समय में कई युवा प्राइवेट नौकरियां को छोड़कर बढ़ती महंगाई को देखते हुए खुद का बिजनेस शुरू करने की सोचते हैं, लेकिन उन्हें समझ में नहीं आता है कि, आखिर वह किस चीज का बिजनेस शुरू करें. आज हम आपको एक सबसे बेहतर बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी मदद से आप गांव में रहकर भी काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं.
मोतियों की खेती (What is Pearl Farming Business Ideas in India)
शहर से दूर अपने गांव में आप इस बिजनेस के माध्यम से लाखों की कमाई करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं. आज हम बात कर रहे हैं मोती पालन फार्मिंग (Pearl Farming Business ideas Meaning in Hindi) की, इस बिजनेस को दूर दराज के गांव में भी आसानी से किया जा सकता है. साथ ही इसमें मुनाफा भी काफी अधिक देखने को मिलता है, इससे पहले मोती पालन के बारे में आपको जानना जरूरी होता है,
इस तरह से करे Pearl Farming Business की शुरुआत (How to Start a Pearl Farming Business in India)
इस बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको कुछ जानकारी जुटाना होगी इसके लिए आप हेल्दी पर्ल ओयस्टर को ढूंढे इसके लिए ऐसे फॉर्म मालिकों से मिले जो की मोती फार्मिंग का बिजनेस पहले से करते हुए आ रहे हैं, इसके साथ ही व्यक्ति चाहे तो नदी तालाब या फिर झील इत्यादि से भी इसे इकट्ठा कर सकता है. इसके साथ है आप चाहे तो खुद से भी पकड़ सकते हैं फिर आप बाल्टी अथवा कंटेनर या फिर दूसरे बर्तनों में भी पानी के साथ रख सकते है।
पर्ल ओयस्टर को इकट्ठा करने के पश्चात आपको इसे प्री कल्चर के लिए रेडी करने की आवश्यकता होती है. इसके लिए आपको इन्हें तकरीबन 2 से 3 दिन तक पानी के साथ इकट्ठा करके रखना होता है. आपको 1 लीटर पानी में एक मूसेल को रखने की जरूरत होती है.
एक हेक्टर तालाब में करे शुरू (How Pearl Farming is Done)
शुरुआती तौर पर आप एक हेक्टर तालाब की जरूरत होगी तालाब के अंदर पर आप इन्हें नायलॉन बेग में भरकर डाल सकते हैं, इन्हें तालाब में डायरेक्ट पानी के अंदर नहीं डाला जाता है, बल्कि बांस के डंडे के द्वारा इन्हें तालाब में टंगा जाता है. एक हेक्टर की जगह में आप 25,000 से लेकर 30000 मुसल कल्चर दिया जा सकते हैं और तालाब को जैविक खाद्य भी दी जाती है, जिसे समय-समय पर उनकी देखभाल की जा सके।
इस तरह से होगी कमाई (How Much Does a Pearl Farmer Make)
मोती फार्मिंग बिजनेस में कल्चर पीरियड खत्म होने केबाद आखरी में मुंसेल को हार्वेस्ट किया जाता है और मोती तैयार होता है. मार्केट में एक मोती की कीमत ₹8 से लेकर ₹12 रुपये होती है. मार्केट में 1 मिलीमीटर से लेकर 20 मिलीमीटर मोती का दाम अधिक होता है, जिसकी कीमत ₹300 से लेकर ₹1500 के आसपास देखि जाती है.