आज के समय में कई युवा ऐसे हैं जिन्होंने अपनी सफलता के लिए कड़ी मेहनत की है.आज हम आपको वैसे ही कारोबारी के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने बिजनेस की दुनिया में अपना नाम भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नाम कमाया है. आज हम आपको वेद कृष्ण की सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका कारोबार आज 40 देश में चलता है और आज इन्होंने 1000 करोड़ की कंपनी खड़ी कर ली है. एक समय वह पायलट बनना चाहते थे लेकिन आज एक सफल बिजनेसमैन के तौर पर काम करते हुए देखे जा सकते हैं।
Ved Krishna की सफलता की कहानी (Ved Krishna Success Story in Hindi)
अयोध्या में पैदा हुए वेद कृष्णा हायर एजुकेशन के लिए ब्रिटेन चले गए थे, जहां पर लंदन मेट्रोपोलिन यूनिवर्सिटी से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की है. वही उनके पिता के के झुनझुनवाला ने 1981 में अयोध्या में कागज बनाने की छोटी सी फैक्ट्री खोली थी, जिसका नाम यश पेपर से था इसमें लिफाफे बनाने वाले बादामी रंग के कागज को बनाने का काम किया गया था। शुरुआत में तो यह अच्छा चला, लेकिन इसके बाद इसकी स्थिति खराब हो गई इसके बाद उनके पिता की स्थिति को देखते हुए अयोध्या लौट यह उन्होंने, अपने पिता के बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए उनके बिजनेस में एक बार फिर से कोशिश करना शुरू की और उनमें उन्हें सफलता भी दिलाई।
एक आइडिया ने बदल दी किस्मत
दरअसल उनके पिता की कुछ समय बाद मृत्यु होने के बाद वेद के दिमाग में आया। दरअसल, वेद को प्रकृति से काफी लगाव था, ऐसे में उन्होंने सबसे पहले अपनी कंपनी को उन्होंने बदलाव करके फ्लेक्जिबल और सस्टेनेबल पैकेजिंग प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी में बदल दिया। इसके बाद साल 2007-08 में कंपनी ने फूड ग्रेड पेपर बनाना शुरू किया, उसके बाद यह लोगो को भी काफी पसंद आया और वेद का यह आइडिया काम कर गया.
इसके बाद में उन्होंने गन्ने की खोई से पैकेजिंग मटेरियल, फूड कैरी प्रोडक्ट और फूड सर्विस मेटेरियल बनाने शुरू किए। ये सब इको फ्रेंडली प्रोडक्ट थे, जिन्हे आज विदेश तक बेचा जाता है।
1000 करोड़ रूपए का कारोबार
आज उनके इस बिज़नेस की बाद करे तो वेद कृष्णा का यह बिजनेस आज 40 से ज्यादा देशों में फैला है। हल्दीराम, KFC , गूगल, सीसीडी, पीवीआर आदि जैसे ब्रांड वेद की कंपनी के आज क्लाइंट रह चुके हैं और इन्होने अपने व्यापर को विश्व स्तर तक फैलाया हुआ है । वेद ने अब कंपनी का नाम यश पेपर्स से बदलकर पैका लिमिटेड कर दिया है। आज इनकी कंपनी की वैल्यू 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की हो चुकी है और यह लगातार इस व्यवसाय को आगे बढ़ाते हुए देखि जा सकती है ।