Uttar Pradesh Constituency जानिये क्यों है ख़ास? उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विशेष तेयारी शुरू

Uttar Pradesh Constituency : राजनीतिक रूप से देखा जाए तो आज उत्तर प्रदेश राज्य का संसदीय क्षेत्र लोक सभा चुनाव 2024 के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसा राज्य है, जिसने भारतवर्ष को कई प्रधानमंत्री दिए है। उत्तर प्रदेश राज्य का इलाहाबाद संसदीय सीट भी देश को बड़ी राजनीति शख्सियत देने में कामयाब कर रही है, ऐसे में इस समय लोकसभा चुनाव से पहले यहाँ की सीटों की प्रमुखता बढ़ गयी है, जिसको यहाँ के राज्य के सीटों से समझा जा सकता है। जैसे जैसे लोकसभा चुनाव 2024 पास आने लगेगा जनता का मूड समझ आने लगेगा, अभी खाफी उतार चढ़ाव होना लाजमी है।

Uttar Pradesh Constituency – उत्तर प्रदेश लोकसभा क्षेत्र

मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में 80 सीट है जो की किसी भी राज्य से ज्यादा है, इसलिए हर पार्टी को इस राज्य से ज्यादा उम्मीदे हैं।

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज को “सिटी ऑफ प्राइम मिनिस्टर” के नाम से देश विदेश में भी आज जाना जाता है। प्रयागराज ने देश को पहला प्रधानमंत्री देने के साथ साथ अब तक कई मुख्यमंत्री इस शहर ने दिए है, ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव में भी इसकी अपनी अलग अहमियत देखी जा सकती है.

Uttar pradesh constituency
– Uttar pradesh constituency

उत्तर प्रदेश ने दिए कई बड़े नेता

आपको बता दे की यहा से प्रयागराज ने स्वतंत्रता के बाद देश को सबसे बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री दिए है, जिसमें- जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, वी.पी.सिंह के साथ ही पूर्व प्रधान मंत्री चंद्रशेखर और गुलजारी लाल नन्दा भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र भी शामिल रहे थे।

उत्तर प्रदेश में चुनाव की खास तेयारी

इस समय उत्तर प्रदेश में चुनाव के लिए काफी तैयारियां शुरू की गई है। आने वाली 29 फरवरी से 2 मार्च के बीच में केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम भी लखनऊ में पहुंचने वाली है, जहां पर आयोग की टीम मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार चुनाव आयुक्त अरुण गोयल चुनाव उपयुक्त प्रदेश कुमार आरके गुप्ता और कहीं अधिकारी भी शामिल होने वाले है।

Uttar pradesh constituency
– Uttar pradesh constituency

चुनाव आयोग के अंतिम अपने दौरे के पहले 29 फरवरी को संवाद में 7:00 बजे के दरमियान प्रदेश में सक्रिय सभी प्रमुख राजनीतिक दलों और उनकी तैयारी को देखने वाली है। उसी दिन शाम को 7:00 बजे से रात 8:00 बजे के बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी और नोडल अधिकारियों से भी मुलाकात की जाएगी।

राज्यसभा चुनाव – विधायक अनुपस्थित रहे तो होगा नुकशान

इसके साथ ही इस समय राज्यसभा चुनाव भाजपा आठ प्रत्याशी मैदान में उतारकर 2018 का इतिहास दोहराने की तैयारी में जुट गई है। 2018 के राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा के पास आठ प्रत्याशी ही जिताने के लिए पर्याप्त मत थे, लेकिन डॉक्टर अनिल अग्रवाल को 9वें प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा दिया था।

Uttar pradesh constituency
– Uttar pradesh constituency

UP निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दूबे का कहना है कि, यदि  विधानसभा में सदस्य संख्या फिलहाल 399 है। उसके आधार पर एक प्रत्याशी को जीतने के लिए न्यूनतम 37 मतों का आकलन किया गया है। इसके अनुसार यदि कोई विधायक अनुपस्थित रहा है, तो उसका नुकशान भी देखा जाएगा।

यह भी पढ़े :